आज बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं लेकिन आज भी वह अनेक कुरीतियों का शिकार है ये कुरीतियां उनके आगे बढ़ने में बाधाएं उत्पन्न करती है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत फैलाई जा रही जागरूकता से तमाम कुरीतियों का खात्मा होगा ऐसी अपेक्षा है कि यह एक ऐसी कुरीति है जो देश के विकास में बाधक सिद्ध होती है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत फैलाई जा रही जागरूकता से तमाम कुरीतियों का भी खत्म हो गया यह ऐसे कुरीति है जो देश के विकास में बाधा बन रही बालिका हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है लेकिन आज भी अनेक कुरीतियों का शिकार है यह कुरीतियां उनके आगे बढ़ने में बाधाएं उत्पन्न करती हैं पढ़े लिखे लोग और जागृत समाज से इस समस्या से अछूता नहीं रहा जा सकता है आज हम लड़के और लड़कियों के जन्म के पहले ही मार दिया करते थे या जन्म लेने की लावारिस छोड़ दिया जाता था आज भी समाज के कई घर ऐसे हैं जहां बेटियों के अच्छा खाना और अच्छी शिक्षा नहीं दी जाती भारत में 20 से 24 वर्ष की शादीशुदा औरतों में 44.5% ऐसे हैं जिनकी शादियां 18 साल से पहले हो जाती जिसमें से 20 से 24 साल की शादीशुदा औरतों में से 22% ऐसी है